महोब्बत - हिन्दी कविताएं- दिल के करीब

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Thursday, 9 April 2020

महोब्बत

प्यार में खामोश हुए बैठै है


तन्हाईया खामोश हुये बैठी है ,
तेरी यादों में ।
मत पूछ, हाल,
 हाले ए दिल का ।
हम बाजारो मे अखबार हुए बैठे हैं ।
 दिल किस किस से लगाए हम ।
हर किनारे पर हम गुनहगार बैठे हैं।
-दिलीप पवार 

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