प्यार बस तेरी यादों में खोये रह जाते हैं - हिन्दी कविताएं- दिल के करीब

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Thursday, 9 April 2020

प्यार बस तेरी यादों में खोये रह जाते हैं

बस तेरी यादों में खोये रह जाते हैं
आँख भी रोई, रोए है नैना।
 पागल सा  दिल ,कुछ मत कहना।।

 चलना भी चाहूं पर, चल नहीं पाता हूं ।
बस तेरी यादों में ,खोया रह जाता हूं ।।

सांसे भी रोकु कैसे, रुक नहीं पाती है ।
दूर भी है तू पर, पास दिख जाती है ।।

बस तेरी यादें याद रह जाती हैं ।
बस तेरी यादें याद रह जाती है ।।

यादें भी तेरी ,तुझ तक आती है।
 किसको कहे हम, मुझे बड़ा तड़पाती हैं ।।

बस तेरी यादें ,याद रह जाती हैं ।
बस तेरी यादें ,याद रह जाती हैं ।।

चेहरा भी देखूं कैसे, परछाई पाता हूं ।
बस तेरी यादों में ,खोया रह जाता हूं।।
तू भी ना जानी तो, कैसे रह पाएंगे ।
बस तेरी यादों में ,जीते रह जाऐगे।।

 राह भी देखूं मैं ,गलीया भी देखूंगा।
 टूटे है ,सपने मेरे, बिखरा ही रह जाऊंगा।।
बस तेरी यादों में, खोया रह जाऊंगा।
 बस तेरी यादों में ,खोया रह जाऊंगा ।।

तेरी हथेलियां, जब दूसरों ने थामी होगी।
 तू भी मजबूरियों में, फिर से मुस्कुराई होगी ।।

आंँशु भी आए नैना ,रोक नहीं पाओगी।
खुशियाँ तो होगी पर,अकेली रह जाओगी।।
मेरी यादें ,तेरे घर आएऐगी।
 कब तक तू अपने ,ख्वाबों को चुराएंगी।।

बस तेरी यादें, यादे  रह जाएंगी ।
बस तेरी यादें ,यादे रह जाएंगी ।।
रहना सदा खुश, याद भी तुझे आएंगी।
 नाम तेरा दिल में, काफी बस  अधूरी रह जाएगी ।।

फिर क्या जाने तू ,हमें देख नहीं पाओगी ।
मट मैले कपड़ों में ,जब दुनिया हमें पागल बुलाऐगी।।

बस तेरी यादें ,याद रह जाएंगी
 बस तेरी यादें ,याद रह जाएंगी ।।

बिखरे हैं हम ,आसमां भी बिखरा ।
अपने ही , तु आंंशु रोक नहीं पायेगी।
की सांसो से भी तेरी, अंत तुझ तक आई है।
छुकर ही जाने दे, मर मीट जानी है।
बस तेरी यादें ,याद रह जानी है।
 बस तेरी यादें, याद रह जानी है।
दिलीप पवार (8370099421)

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