mahobbat. Is Good life - हिन्दी कविताएं- दिल के करीब

Latest

Tuesday, 7 April 2020

mahobbat. Is Good life

            महोब्बत्

बेअसर निकले तेरे सारे  वादे ।
यादों ने तड़पना सिखाया ।

ख्वाबों ने महकना सिखाया।
रात की चांदनी ने ,अधूरा तारा दिखाया।
 धूप ने जलना सिखाया।
आंँखों में बसी थी, तू।
 मर भी जाते हम ,पर तेरे मुस्कुराते चेहरे ने
फिर से, हमें जीना सिखा दिया।
-दिलीप पवार

No comments:

Post a Comment