कालेज ke din और महोब्बत् - हिन्दी कविताएं- दिल के करीब

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Thursday, 29 March 2018

कालेज ke din और महोब्बत्


College के दिनो वाली kavita

उसकी आँखो ने ओ जादु कर दिया ।
8 बजे तक सोते थे, हम 

अब नींद मेंं चलते है,हम
पता भी नही चलता और,

उसके दरवाजे सुबह होते है,हम
ए तो उसकी रहमदिली है,

पेपर हाथो मे देकर,
पेपर वाला है ,कहकर 

और क्या कहे यारो पिटने बच गये हम ।
बस उसकी आँखो ने जादु कर दिया।

बच गये हम ।मोहब्बत् तो है,
पता चल गया ,उसके दिल मे ।

नही तो ऐसे आवारो बचाता है,कौन ।
नही तो ऐसे आवारो बचाता है,कौन ।

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