आँखे बंद कर देखना , तेरे दिल के अंदर मिलने आएंगे । - हिन्दी कविताएं- दिल के करीब

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Saturday, 14 April 2018

आँखे बंद कर देखना , तेरे दिल के अंदर मिलने आएंगे ।

            Hindi poem
              हिंदी कविता



    
ऐ आँशुओ , जरा थम कर बरसो ।   
    ऐ आँशुओ , जरा थम कर बरसो ।
                
     ओ हवाओं में ,मिलने आ रही है ।

    उसी की यादें जमा है ,हमारे पास । 
    उसी की यादें जमा है ,हमारे पास ।
          
     ओ हृदय से, अश्कों को किस्तों में मांग रही है ।

     छुती है, आज भी उसकी खुशबू ,सारे जहा में।
    लगता है ,लगता है ,ओ आज भी पहली ,बार मिलने          आ रही है ।
           
          तड़प मेरी ,एहसास ओ तेरे  ,
          तडप मेरी,एहसास ओ तेरे ।

    आज भी ,आज भी ,संभाल कर रखी है।
      उसने    हमारी   निशानी  ।

            हम जमाने को नहीं बताएंगे ।
            आंख बंद ,बंद कर देखना।

      तेरे दिल के अंदर हम मिलने आएंगे ।
      तेरे दिल के अंदर हम मिलने आएंगे ।
(दिलीप पवार)

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