दर्द बहुत है प्यार मे शायद आप तक - हिन्दी कविताएं- दिल के करीब

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Wednesday, 7 March 2018

दर्द बहुत है प्यार मे शायद आप तक

 आप उम्मीद है, आरजु है ।
आप दिल के अन्दर है ।

हम पुछते है, हम कौन है ।
और आप अंतीम चरम पर मौन है ।

दिल से दिल कि बाते होती है । यारो ।
ऐसे कितने गुजरे जमाने है , पर

पारो अब भी तडपती है,
देवदास आज भी मौन है ।

किसको कहे दर्द अपना ।
जिस्को सुनाए वही जख्मी हो जाए ।

समुदर के पास बैठे है,सहज कर ।
प्यास बहुत है, हमे । 

पर अच्छा लगता है ,
महोब्बत मे ही तडपकर मर जाए ।

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