Hindi kavita
अभी तन्हा थे,
अकेले थे,
ये याद कोई करे।
कुछ पल के लिए
दिवानगी का एहसास करे।
हम जब दिवाने
हो ही जायेगे तो ।
फिर किससे फरयाद करे।
-दिलीप पवार-
अभी तन्हा थे,
अकेले थे,
ये याद कोई करे।
कुछ पल के लिए
दिवानगी का एहसास करे।
हम जब दिवाने
हो ही जायेगे तो ।
फिर किससे फरयाद करे।
-दिलीप पवार-
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