प्रेम वाली कविता - हिन्दी कविताएं- दिल के करीब

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Tuesday, 7 November 2017

प्रेम वाली कविता


  प्रेम वाली kvita

  1.  अब क्या करे, समझ नही आता।
 दिल है,
 कि तेरे बीना अब रह नही  पाता।

भुलने को हम सब  कुछ भुल ही जाते 
पर क्या करे,
 सपनो मे आने से रोक नही पाता
तु क्या जाने ,
आधी रात़ो के अंधेरे मे भी जब तेरा 
चेहरा मेरे करीब आता ।
-दिलीप पवार

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