Hindi kavita हिन्दी कविता
2.चांद पर काली घटा,छाई तो होगी।सितारों से मुस्कुराहट,आती तो होगी।
तुम लाख छुपाओ,दुनिया से मगर।
तन्हाई में हमारी याद ,आती तो होगी।......g
3.मैंने सपनों को दूर होते देखा है ।
जो नहीं मिला, उसी खोते देखा है।
लोग कहते हैं फूल सदा हंसते हैं ।
लेकिन मैंने फूलों को भी ,
अकेले में रोते देखा है।....
gकिसी और लिखा है
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