आज भी ओ yad आती है - हिन्दी कविताएं- दिल के करीब

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Saturday, 22 September 2018

आज भी ओ yad आती है

आ वक्त समझलेने दे ।
 कुछ पाना बाकी है ।

       उमर बीत ग ई समझाने मे ।
     मै समझ जाऊ अभी ऐ बाकी है ।

आँखे धुंधली हुई ,तो क्या हुआ ।
 Pyar किसी जमाने मे किया था ।

                और असर आज तक हो रहा है ।
         कमब्खत उसकी यादे भी साथ नही छोडती ।
जब भी देखता हुँ ,
किसी खुबसुरत लडकी को ।
             आज भी ओ याद आती है  ।
           आज भी ओ याद आती है  । (दिलीप पंवार)

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